सिडकुल पुलिस का स्कूटी लूटकांड का खुलासा,2 शातिर लूटेरे गिरफ्तार,एक फरार
पुलिस ने स्कूटी और घटना में प्रयुक्त डंडा बरामद किया,23 नवंबर की रात को लूटी थी कंपनी के कर्मी से स्कूटी
रुद्रपुर। पुलिस ने स्कूटी लूटकांड का खुलासा करते हुए दो लुटेरों को गिरफ्तार किया है। एक लुटेरा फरार हो गया। पुलिस ने स्कूटी और घटना में प्रयुक्त लकड़ी का डंडा बरामद किया। थाना पंतनगर की चौकी सिडकुल क्षेत्र में 23 नवंबर 24 को रणधीर कुमार पुत्र रविन्द्र नाथ राम ग्राम मलिकपुरा मूर्त हजीपूर थाना भांवर कोल तहसील – मोहम्मदाबाद जिला गाजीपुर यूपी हाल निवासी जेपी नगर जनपथ रोड फुलसुंगा ट्रांजिट कैंप रुद्रपुर ने तहरीर दी। तहरीर में बताया कि रात करीब आठ बजे कमरे से कंपनी से स्कूटी संख्या यूके 06 बीएच 5877 से निकला था।महालक्ष्मी कंपनी के नजदीक दो लोगों ने मारपीट कर स्कूटी लूट कर ले गए। एसएसपी मणिकांत मिश्रा के निर्देश पर खुलासा के लिए पुलिस टीम का गठन किया गया। पुलिस के मुताबिक पुलिस 200 से अधिक सीसीटीवी कैमरे खंगाले और 50 से अधिक संदिग्धो से पूछताछ की गई। एसएसपी ने बताया कि शनिवार को पुलिस ने संदिग्ध शिवम व सचिन रस्तोगी को हिरासत में लिया। दोनों से पूछताछ की गई तो शिवम गुप्ता पुत्र नन्द किशोर गुप्ता,निवासी मकान 176 गली 18 ,मित्तल कालौनी थाना बदरपुर दिल्ली,सचिन रस्तोगी पुत्र दिनेश कुमार रस्तोगी,निवासी छोटी बम्मन पुरी थाना किला ,जिला बरेली यूपी ने स्कूटी लूट की घटना को साथी ललित गिरी गोस्वमी पुत्र गणेश गिरी गोस्वामी ,निवासी ग्राम दिननगर मजरा चूरली, दमखोदा,जिला बरेली यूपी से मिल कर घटना को अंजाम देने की बात कबूल की। उन्होंने बताया कि दोनों की निशानदेही पर लूटी गई स्कूटी की नम्बर प्लेट व लकडी का डंडा बरामद उसके किराए के मकान बरामद किया। उन्होंने बताया तीसरा अभियुक्त
ललित गिरी गोस्वमी पुत्र गणेश गिरी गोस्वामी ,निवासी ग्राम दिननगर मजरा चूरली,पोस्ट दमखोदा,जिला बरेली यूपी फरार है। उसकी पुलिस तलाश कर रही है। जल्दी ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। दोनों को जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है। पुलिस टीम पंतनगर थाना प्रभारी निरीक्षक सुंदरम शर्मा,निरीक्षक संजय पाठक प्रभारी एसओरजी, सिडकुल पुलिस चौकी प्रभारी प्रदीप कोहली, एएसआई सतीश बाबू,नितिन कुमार, पंकज पोखरियाल, कृपाल सिंह,भुपेन्द्र सिंह एसओजी आदि शामिल रहे।
फरार लुटेरा कंपनी में करता है काम
रुद्रपुर। पुलिस के मुताबिक फरार लुटेरा भी पीड़ित के साथ ही उसी कंपनी में काम करता है। तीनों ने मिलकर घटना को अंजाम देने की योजना बनाई थी। तीनों का पुलिस अपराधिक रिकॉर्ड भी खंगाल रही है।