Friday 10/ 01/ 2025 

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Uttrakhand,अपराधराज्य

उत्तराखंड एसटीएफ और काठगोदाम पुलिस की संयुक्त कार्रवाई,50 हजार का ईनामी ड्रग्स तस्कर गिरफ्तार

यूपी, दिल्ली, उत्तराखंड समेत अन्य जगहों पर बिछा रखा था ड्रग्स रैकेट,नेपाल बार्डर से पकड़ा गया

रूद्रपुर। एसटीएफ और काठगोदाम थाना पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई में गत 11 वर्षों सें फरार 50 हजार के ईनामी शातिर ड्रग तस्कर को नेपाल बार्डर से गिरफ्रतार कर लिया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ नवनीत सिंह भुल्लर द्वारा मामले की जानकारी देते हुए बताया गया पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ द्वारा राज्य में विगत काफी समय से वांछित चल रहे ईनामी बदमाशों की गिरफ्रतारी हेतु चलाये जा रहे फ्विशेष अभियानय् के अन्तर्गत ठोस कार्यवाही करने हेतु अपने मातहतों को कड़े दिशा-निर्देश दिये गये हैं जिसके अनुपालन में अपनी सभी टीमों को उत्तराऽण्ड़ के ईनामी और गैंगस्टर पर कड़ी कार्यवाही किये जाने हेतु निर्देशित किया गया है। उन्होंने बताया कल देर रात एसटीएफ की टीम द्वारा जनपद मोतीहारी, बिहार के नेपाल बार्डर से एक कुख्यात अंतर्राष्ट्रीय ड्रग डीलर रवीन्द्र सिंह पुत्र बादल सिंह, जिस पर 50 हजार का ईनाम घोषित था एवं पिछले 11 वर्षों से पुलिस की गिरफ्रत से बाहर था, को गिरफ्रतार करने में सफलता पायी है। उन्होंने बताया 12 दिसम्बर2013 को थाना काठगोदाम जनपद नैनीताल में अभियुक्त प्रदीप पुत्र सुऽीराम निवासी जिन्द हरियाणा एवं रवीन्द्र सिंह पुत्र बादल सिंह निवासी महिपालपुर थाना वसन्तकुंज दिल्ली को 6-610 किलोग्राम चरस के साथ गिरफ्रतार कर जेल भेजा गया था । जिसमें न्यायालय द्वारा दोनों की जमानत कर दी गयी थी परंतु जमानत पर बाहर निकलने के पश्चात अभियुक्त रविन्द्र दुबारा कभी न्यायालय में पेश नहीं हुआ, जिस पर उसकी गिरफ्रतारी के लिए न्यायालय द्वारा वर्ष 2013 में गिरफ्रतारी का आदेश जारी किया गया था । इस मामले में रविन्द्र के साथी प्रदीप को कोर्ट ने 10 वर्ष के कठोर कारावास की सजा सुनायी जा चुकी है । अभियुक्त रविन्द्र की गिरफ्रतारी के लिए जनपद स्तर व रेंज स्तर पर काफी प्रयास किए गये परंतु अभियुक्त गिरफ्रतार नहीं हो पाने पर उसकी गिरफ्रतारी के लिए पुलिस महानिरीक्षक कुमाऊँ परिक्षेत्र द्वारा 50 हजार रुपए का ईनाम घोषित किया गया था। जिस पर एसटीएफ की टीम के निरीक्षक अबुल कलाम के नेतृत्व मे गठित टीम द्वारा अभियुक्त रविन्द्र के बारे में मैनुवली सूचनायें एकत्रित की गयी, जिससे जानकारी मिली की फरार अभियुक्त रविन्द्र ने कस्बा परवाणीपुर जिला बिरगंज नेपाल में अपना मकान बना लिया है और वहीं से ही ड्रग्स की सप्लाई उत्तर प्रदेश के कानपुर,आगरा, उत्तराखंड के ऊधम सिंह नगर व दिल्ली के अलग-अलग क्षेत्रें मे कर रहा है। अभियुक्त की और जानकारी पर उसके परिवार के बारे में पता चला की उसने अपना एक और मकान जिला मोतीहारी, बिहार में बना रऽा है। जिस पर एसटीएफ की टीम द्वारा पिछले कई हफ्रतों से कस्बा मोतीहारी मे भेष बदल कर रहकर उसके परिवार से मिलने जुलने वालों की रैकी की गयी जिसके फलस्वरूप अभियुक्त रविन्द्र की गिरफ्रतारी में सफलता प्राप्त हुई है। अभियुक्त से पूछताछ में जानकारी मिली की अभियुक्त ने अपना एक काफी बडा ड्रग नेटवर्क तैयार कर लिया था जिसके माध्यम से वह उत्तराऽण्ड, उत्तर प्रदेश एवं दिल्ली मे चरस सप्लाई कर रहा था। उन्होंने बताया कि अभियुक्त रवीन्द्र सिंह पहले भी थाना नबी करीम, दिल्ली मे नकली सिक्के व नोट तथा जाली सरकारी स्टाम्प बनाने के अपराध मे दिल्ली पुलिस द्वारा पहाड़गंज दिल्ली से रेड के दौरान गिरफ्रतार किया जा चुका है। गिरफ्रतार करने वाली पुलिस टीम में एसआई यादविंदर सिंह बाजवा,एसआई विध्या दत्त जोशी, कृपाल सिंह समेत थाना काठगोदाम से एएसआई संजय मेहरोत्र, हेड कांस्टेबल संजय कुमार, महेन्द्र नेगी,मोहन असवाल, गोविन्द बल्लभ शामिल थे।

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