किच्छा पुलिस का अभिनंदन, अपराध मुक्त समाज की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम
कोतवाली पहुंचे पूर्व विधायक शुक्ला समेत तमाम लोगों ने पुलिस की कार्यप्रणाली की सराहना की
रुद्रपुर। किच्छा कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक और उनकी टीम ने अपराधियों पर शिकंजा कसने और शातिर अपराधियों की धर-पकड़ में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है। इस सराहनीय कार्य के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं ने पूर्व विधायक राजेश शुक्ला के नेतृत्व में पुलिस टीम को सम्मानित किया।कार्यक्रम में पूर्व विधायक शुक्ला ने कोतवाली प्रभारी निरीक्षक धीरेंद्र कुमार को स्मृति चिन्ह और शाल भेंट कर सम्मानित किया। इसके साथ ही एसएसआई उमेश कुमार, कलकत्ता चौकी प्रभारी धीरेंद्र कुमार पंत,एसआई राजेंद्र पंत, अर्जुन सिंह, मनोज, जगदीश आदि पुलिस टीम के पुरुष और महिला कांस्टेबलों को भी उनकी मेहनत और समर्पण के लिए सम्मानित किया। बीते दिन गौ तस्करी करने वाले गैंगस्टर अपराधी तस्लीम के पैरों में गोली मारकर उसे पकड़ने वाली पुलिस टीम को पूर्व विधायक शुक्ला ने इक्यावन हजार रुपए प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की। पूर्व विधायक ने कहा कि पुलिस द्वारा शातिर अपराधियों की धर-पकड़ और गो-तस्करी रोकने के लिए किए गए साहसिक प्रयासों ने समाज में सुरक्षा की भावना को प्रबल किया है। उन्होंने विशेष रूप से गो-तस्कर तस्लीम की गिरफ्तारी का उल्लेख किया, जिसे पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान दबोचा। उन्होंने कहा कि किच्छा के एक जनप्रतिनिधि के संरक्षण में रहने वाले अपराधी को विदेशी हथियारों के साथ पकड़ा। यह कार्य उत्तराखंड सरकार की अपराध मुक्त समाज की परिकल्पना को साकार करता है। पुलिस को सम्मानित करना केवल एक औपचारिकता नहीं, बल्कि उनके मनोबल को बढ़ाने का माध्यम है। यह सम्मान उन्हें आगे भी उत्कृष्ट कार्य करने के लिए प्रेरित करेगा। सभी राजनीतिक दलों से आह्वान किया कि वे भी पुलिस के अच्छे कार्यों को सराहें और उनके प्रयासों की सराहना करें।
कार्यक्रम में धर्मराज जायसवाल, राकेश गुप्ता, मूलचंद राठौर, कुलदीप सिंह बग्गा,ओम तनेजा,मुकेश कोली,सतीश गुप्ता,सुरेंद्र चौधरी, सज्जाद खान, कमलेश दुबे, राजेंद्र राठौड़, मनमोहन सक्सेना, ज्योति जड़िया,कविता मान,दया डसीला,नीतू सिंह, सुशीला मौर्य, नितिन फुटेला,पंकज,महेंद्र पाल, पूनम अग्रवाल,धनीराम, वीरेंद्र यादव, नंदलाल यादव, सुभाषित बिष्ट, रज्जी, देवेंद्र शर्मा, डॉक्टर राजेंद्र कामरा, राजा सुखीजा आदि मौजूद रहे।