सिडकुल की इंटार्क फैक्ट्री में श्रमिक की दर्दनाक मौत,घटना को लेकर श्रमिकों में रोष
कंपनी प्रबंधन पर ड्यूटी पूरी होने के बाद दोबारा ड्यूटी पर लगाने का आरोप
रूद्रपुर। सिडकुल की इंटार्क फैक्ट्री में काम करते समय श्रमिक की संदिग्ध परिस्थितियों में तबियत बिगड़ गई। श्रमिक को उपचार को अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सूचना पर एसआई अशोक कुमार पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे। उधर श्रमिकों ने प्रबंधन पर जबरन ड्यूटी पर लगाने का आरोप लगाया। जानकारी के अनुसार दरियानगर निवासी 42 वर्षीय दुर्योधन शर्मा पुत्र उमाशंकर शर्मा सिडकुल की इंटार्क कंपनी में काम करते थे। शनिवार को दोपहर की शिफ्रट में वह काम करने के लिए दो बजे फैक्ट्री पहुंचे। बताया जा रहा है कि रात दस बजे शिफ्रट समाप्त होने पर जब दुर्योधन अन्य साथियों के साथ वापस लौटने लगा तो उस रात की शिफ्रट में भी काम करने के लिए रोक लिया गया। आज सुबह छह बजे अचानक दुर्योधन की तबियत बिगड़ी और वह काम करते वक्त गिर पड़ा। साथ में काम कर रहे लोग उसे आनन फानन में निजी अस्पताल ले गये। वहा चिकित्सकों ने अन्य स्थान पर ले जाने को कहा। बाद में श्रमिक को जिला अस्पताल लाया गया। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने मामले में जानकारी ली। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। इधर श्रमिक की मौत को लेकर श्रमिकों ने आक्रोश फैल गया। श्रमिकों ने व्यक्त करते हुए प्रबंधन के खिलाफ गुस्से का इजहार किया। घटना की जानकारी मृतक के परिजनों को मिली तो परिजनों में कोहराम मच गया। मृतक की चार बेटियां हैं। जिसमें सबसे बड़ी 18 वर्ष की और सबसे छोटी बेटी 10 वर्ष की है। पुलिस का कहना है कि पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है। फिलहाल पुलिस को तहरीर नहीं मिली है। इधर कंपनी के प्रबंधन से इस मामले में जानकारी चाही तो उसने संपर्क नहीं हो सका।
इंसेट
विधायक शिव अस्पताल, प्रबंधन से मुआवजा दिलाने को वार्ता होगी, मुआवजा न मिला तो प्रबंधन के खिलाफ होगी कार्रवाई
रुद्रपुर। विधायक शिव अरोरा भी श्रमिक की मौत की सूचना मिलने पर अस्पताल पहुंचे। उन्होंने वहां मौजूद श्रमिकों से पूरे मामले की जानकारी ली और श्रमिक को मुआवजा दिलाने के लिए प्रबंधन से वार्ता की। विधायक ने कहा कि श्रमिक को यथोचित मुआवजा नहीं मिला तो फैक्ट्री प्रबंधन के खिलाफ निश्चित रूप से बड़ी कार्रवाई होगी। इस दौरान श्रमिकों ने विधायक को बताया कि प्रबंधन श्रमिकों से जबरन निर्धारित समय से अधिक काम ले रहा है। श्रमिकों के बीमे तक की व्यवस्था नहीं की गयी है। श्रमिक जान जोखिम में डालकर काम करने को मजबूर हैं।